हम तो जाने वाले थे पर्व पर
खुद के ही उत्सर्ग पर
पर न जाने कहाँ खो गए
इस तरह हम बेगाने हो गए
हम तो जाने वाले थे उस माटी में
उस सुंदर सुनहरी सौम्य घाटी में
पर अचानक आग उठी सब जल गया
वो जन्नत अब राख़ में बदल गया
कितना सुनहरा था घर मेरा
खुश था मुझ पे गर्व कर
खुद के ही उत्सर्ग पर
#thoughtful_anil
खुद के ही उत्सर्ग पर
पर न जाने कहाँ खो गए
इस तरह हम बेगाने हो गए
हम तो जाने वाले थे उस माटी में
उस सुंदर सुनहरी सौम्य घाटी में
पर अचानक आग उठी सब जल गया
वो जन्नत अब राख़ में बदल गया
कितना सुनहरा था घर मेरा
खुश था मुझ पे गर्व कर
खुद के ही उत्सर्ग पर
#thoughtful_anil