Monday 24 April 2017

हम बाजार में……




इक उम्र कट गई है तेरे इंतज़ार में ।

पिघल के शम्म बुझ गई दिल की मज़ार में ।

लोग आते रहे - जाते रहे यूँ भीड़भाड़ में ,

अनिल,फिर इक शाम बीत गई लुटते बाजार में ।

#thoughtful_anil
created on 23-04-2017

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