Saturday 11 November 2017

तो घर रौशन हो !

कभी आओ तो घर रौशन हो !
मुस्कुराओ तो घर रौशन हो !
खिलखिलाकर गूँज फ़िज़ा में ,
तुम फैलाओ तो घर रौशन हो !
मुहल्ले को दिखा, छत पे ही
सूरज उगाओ तो घर रौशन हो !
ऑफिस से किसी शाम जल्दी
घर जाओ तो घर रौशन हो !
शोर बहुत है कि थोड़ा तुम
चुप हो जाओ तो घर रौशन हो !


#thoughtful_anil©

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